5 का तोके सुरता नेहको हबै कि जब मै तुम्हर इहां रहों, ता तुम्हर लग हइ बात कहे करथो?
तुम अबहुन तक हे नेहको समझ पाय हबा का? सुरता करा कि उन पांच हजार मनसेन के निता पांचठे रोटी हे पुर गय रहिस अउ केतका छन्नी भर रोटी उठाय रहा।
काखे तुम्हर आंखी रहत भरमा नेहको देखथा, अउ कान रहत भरमा नेहको सुनथा? अउ सुरता नेहको धरथा।
हइ सच्चाई मै इहैनिता परगट करथो, कि जब हइ सब होमै लगही ता तुमही सुरता आबै कि इनखर बारे हे मै तुमही पहिलेन लग गुठे दय रहों, मै तुमही सब कुछ सुरुवात हे इहैनिता नेहको गुठे रहों कि ऊ टेम मै तुम्हर संग रहों।
इहैनिता जागत रहा अउ स्मरन करा कि मै तीन साल तक रात दिना आंसू बहाय के हर अक्ठी के चेतावनी देय के नेहको छोडिस।
दरुहा, नसा अउ इनखर जसना अउ काम हबै, इनखर बारे हे मै तुम्हर लग जसना पहिले कह चुके हव, कि असना काम करै बाले भगवान कर राज के वारिस नेहको होही।
तुमही इहो पता हबै कि बाफ के जसना हम कउन मेर तुम मसे हर अक्ठी के संदेस देत अउ तुमही खुस करत तुम्हर निता बिनती करत रहन, जसना बाफ अपन लरका के निता करथै।
तुम्हर इहां रहत टेम हम तोर लग कहे करथन कि समस्या हम हे आय पडही, अउ जसना कि तुम जानथा, उहै हुइस।
अब तुम हइ जानथा कि कउन सक्ति अबे उके रोके हबै, जेखर लग ऊ उदेस्य के निता अपन सही टेम लग परगट झइ होय।
इहां तक कि जब हम तुम्हर बीच हे रहन, हम तुमके हइ आदेस दय करन कि कउनो ढिलवा मनसे के खाना नेहको दय जाय।
मै एखर पूर धियान रखिहों, कि मोर कढ जाय के बाद तुम सगलू हइ बातन के सुरता रख सका।