10 हइ ऊ रोज होही जब परभु अपन पवितर मनसेन के बीच महिमा के संग परगट होही अउ उन सब हे चकित के कारन बन जइही, जउन बिस्वास करे हबै, काखे तुम हमर गवाह हे बिस्वास करे हबा।
ऊ नियाव कर रोज बोहत मनसे मोर लग कइहिन परभु, परभु का हम तोर नाम लग आगू कर बात नेहको करन अउ तोर नाम लग भुतवन के नेहको निकारन? अउ तोर नाम लग बोहत चकित के काम नेहको करन?
ऊ आतमा हमर वारिस के रूप हे जमानत के रूप हे ऊ टेम तक हे दइ दय गय हबै, जब तक कि ऊ हमही जउन ओखर अपन हबै पूर मेर लग मुकति नेहको दइ देथै, एखर कारन मनसे ओखर महिमा के बडाई करै।
इहैनिता हमु भगवान के धन्यबाद लगेतार करथन, कि जब हमर दवारा भगवान के संदेस के बचन तुम्हर लिघ्घो पहुंचिस, ता तुम उके मनसेन के बचन नेहको पय सहीमा भगवान के बचन समझ के स्वीकार करा, अउ ऊ बचन तुम्हर मन हे, जउन बिस्वास करथा ऊ सक्तिसाली होय।
हे भाई अउ बेहन, परभु तुम्हर लग माया करथै, हमके परभु भगवान के तुम्हर बारे हे लगेतार धन्यबाद दे चाही, भगवान के पहिला फडुहा के रूप हे तुमही चुने हबै, जेखर लग तुम पवितर करैबाले आतमा के दवारा अउ सत्य हे अपन बिस्वास दवारा मुकति पामै।
धरम के हइ रहस्य बिना संका के बडा हबै, मसीह देह के रूप हे परगट हुइस, पवितर आतमा के दवारा सही परमानित हुइस, अउ स्वरगदूत के दिखाई दइस, दूसर जात हे ओखर परचार हुइस, दुनिया भर के मनसे ओखर उप्पर बिस्वास करिन, अउ ऊ महिमा हे उप्पर उठाय लय गइस।
पय तुम अक्ठी चुने हर पुरखा अउ राज पदधारी याजकन के समाज अउ पवितर मनसे अउ भगवान के खास मनसे हबा, जेखर लग तुम ओखर महान कामन के घोसना कर सका, जउन तुमही अंधियार मसे निकार के अपन अथाह उजियार हे बोलाय लय हबै।