भगवान के बडा सक्ति हमही ऊ सब दय हबै, जउन भक्ति के जीवन के निता जरूरी हबै अउ हमही ओखरे ग्यान पामै के ओग बनाय हबै, जउन हमही अपन महिमा अउ निक्खा काम करै के निता बुलाय हबै।
इहैनिता, हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब तुम ऊ रोज के ओरगे हबा, ता परियास करा कि परभु के नजर हे पवितर अउ निरदोस पाय जा, अउ तुम्हर हे ओखर सान्ति के निबास होय।
हे प्रिजन भाई अउ बेहन, मै तुमही पहिले लग चेतन्त करे हबै, तुम सावधान रहा। कहुं असना झइ होय कि तुम उन दुस्टन के बहकाव हे आय के अउ अपन बिस्वास लग डगमगाय के गिर जा।