तुम्हर संग रहत भरमा पइसा के जरूरत हे मै तुम्हर लग कउनो के उप्पर बोझ नेहको बनो, मकिदुनिया परदेस लग आय संगी भाई बिस्वासी मोर सगलू जरूरत के पूर करिन, अउ हर इलाका हे मोर इहै परयास रहे हबै कि मै तुम्हर उप्पर बोझ झइ बनो, भभिस्य हे मोर परयास इहै रही।
काखे मदद के निता तुम्हर तइयारी लग अच्छी तरह लग जानथो, मकिदुनिया हे रहैबाले के आगू घमंड दिखाथो कि अखाया परदेस के मंडली पिछले अक साल लग एखर निता तइयार हबै अउ तुम्हर खुसी लग बोहतझन के सीख मिले हबै।
असना झइ होय कि जब कउ मकिदुनिया हे रहैबाले मोर संग आमै अउ तुमके दान देय के निता तइयार नेहको पामै ता मोके अउ तुमके सरमिन्दा होमै का पडै, जब कि हम ई बारे हे तुम्हर उप्पर एतका बिस्वास करे हबन।