7 अउ ऊ केबल ओखर इहां पहुंचै लग नेहको बलुक एखर लग हमके अउ सान्ति मिलिस कि तुम उके केतका सुख दय रथा, ऊ हमके बताइस कि हमर लग मिलै के केतका ब्याकुल हबा, तुमके हमर केतका चिन्ता हबै, एखर लग हम अउ खुस हबन।
तब पतरस के यीसु के गुठे हर बात सुरता आथै, कि तै कुकडी बासै के पहिले तीन बार मोके मना करबे।” अउ पतरस बाहिर छो जाय के सिसक-सिसक के रोमै लग जथै।
धन्य हबै ऊ जउन सोक करथै, काखे उनके सान्ति मिलही।
यीसु बोहत पीरा हे चिन्तित हुइके, जब भगवान लग बिनती करै लग जथै अउ ओखर पसीना खून के बून्द बडी-बडी भुंइ हे टपकथै।
उहां पहुंच के अउ भगवान कर अनुगरह के देखके मगन होथै अउ सगलू के सिक्छा देथै, कि तन मन लगाय के परभु लग लिपटे रइहा।
कि तै अउ मै आपस हे अक दूसर के बिस्वास के दवारा उतसुक हुइ जइ।
तउभरमा तुम घमंड हे फूले हबा, तुमही दुखी होमै चाही अउ जउन असना काम करे हबै ओखर बिरोध करै के चाही।
ठीक जउन मेर तुम हमके चुटु हस समझ पाय हबा कि तुम हमर गर्व के बिसय हबा, परभु यीसु के दिन हे तुमो हमर उप्पर गर्व करिहा।
हमर हर परेसानी हे ऊ हमके सान्ति देथै, ताकि हमु हरमेर के परेसानी हे पडे मनसेन के ओसनेन सान्ति दइ सकि, जसना भगवान हमके सान्ति दय हबै।
हइ मै तुमके देखै के निता लिखो कि तुम परिक्छा हे पूर उतरथा, कि नेहको अउ सब बातन के मानथा कि नेहको।
इहैनिता हम जब तक हइ घर हे हबन, हम रोउत रथन अउ इहै चाहत रथन कि अपन स्वरग घर हे जाय सकि।
पय दीन-दुखी मनसे के सुखी करै बाले भगवान तीतुस के इहां पहुंचाय के हमके सान्ति दय हबै।
काखे मै तुम्हर लग ऊ चिट्ठी दवारा दुख दयों, फिर भी मोके ओखर उप्पर दुख नेहको होय रथै, मोके हइ देखके दुख होय रथै, कि ऊ चिट्ठी तुमके चुटु टेम के निता दुखी बनाय दय रथै।
भगवान के धन्यबाद होय, जउन तीतुस के मन हे तुम्हर मदत के निता ओसनेन तेज इक्छा लग भर दय हबै, जसना हमर मन हे हबै।
मोर बोहत इक्छा अउ आसा हइ हबै अउ मोके एखर बिस्वास हबै कि मै कउनो बात लग निरास नेहको हुइहों, बलुक पूर निरभयता के संग जेखर लग हरमेसा मोर देह लग मसीह के महिमा होत रहै, ओसनेन आगू होत रही चाहे जिउं चाहे मर जाव।
मै देह के रूप लग दुरिहां होउत आतमा हे तुम्हर संग हव अउ मोके हइ देखके खुसी होथै कि तोर जीवन सुबेवस्थित अउ मसीह हे तोर बिस्वास मजबूत हबै।
तीमुथियुस अबे-अबे तुम्हर इछो लग लउटे हबै अउ तुम्हर बिस्वास अउ माया के बारे हे निक्खा संदेस लाय हबै, ऊ हमही गुठेथै कि तुम सबैरोज हमही माया लग सुरता करथा अउ हमही फेरै देखै के निता उतकै खुसी हबै, जेतका हमु तुमही देखै के निता।
परभु हे तुम्हर मजबूत होय के संदेस हमर निता नबा जीवन के अगुवाई होय हबै।
इहैनिता जउन हम सुने हबन, ओहमा अच्छी मेर लग धियान देयका चाही, कहुं असना झइ होय कि हम रास्ता लग भटक जइ।
आगू कर बात गुठेमै बाले एलिय्याह हमरेन मेर मनसे रथै, ऊ बिस्वास के संग पराथना बिनती करिस कि पानी झइ बरसै, अउ साढे तीन साल तक भुंइ हे पानी नेहको बरसिस।
मोके हइ बात हे खुसी हबै, कि मै कुछ लरकन के ऊ आदेस के जसना जउन हमके बाफ लग मिले रथै, सही के रास्ता हे चलथै।
हे मोर पिरिया संगी, मै बोहत चाहथो कि तुमके ऊ मुकति के बारे हे लिखो, जेहमा हम सहभागी हबन, मै तुमके लिखे के अउ तुमके खुस करै के जरूरी समझो ताकि तुम ऊ बिस्वास के निता मेहनत करथा, जेही भगवान अपन पवितर सेबक के अक्कै बेर निता सउप दय हबै।