काखे संदेस हे हइ दरसाय गय हबै, कि भगवान मनसे के अपन जसना सही कइसन बनाथै, हइ सुरु लग आखरी तक बिस्वास हे टिके हबै, जसना कि किताब हे लिखे हबै, धरमी मनसे बिस्वास लग जिन्दा रही।
अउ उनखर संग पूर रूप लग अक्ठी हुइ जांव, मोके अपन धरमी काम के नेहको, जउन नियम के पालन लग मिलथै, बलुक ऊ धरमी काम के भरोसा हबै, जउन मसीह हे बिस्वास करै लग मिलथै, ऊ धरमी काम के उदगम भगवान हबै अउ ओखर आधार बिस्वास हबै।