2 इहैनिता हम जब तक हइ घर हे हबन, हम रोउत रथन अउ इहै चाहत रथन कि अपन स्वरग घर हे जाय सकि।
मै केतका पापी मनसे हबो, हइ मिरतू के अधीन रहै बाले देह लग मोके कोन आजाद करी?
अउ सिबाय दुनिया परेसान हुइके नेहको तडपथै, पय हमु परेसान होथन, जिनही आतमा के फडुहा मिलिस, जउन खुदय कराहथै, अउ लेपालक टोरवा बनै के मतलब अपन देह के मुकति के निता ओरगथन।
देखा, मै तुम्हर लग लुके हर बात कथो हम सब नेहको मरबो, बलुक हमर सब के सकल बदल जही,
दुनो के बीच चुनाव हे मोके दिग्गत होथै मै अपन जीवन लग बिदा हुइके मसीह के लिघ्घो जाय चाहथो।