12 हइ तुम्हर आगू अपन बडाई नेहको पय हइ तुम्हर निता अक्ठी असना मउका हबै कि तुम हमर उप्पर गर्व करा कि तुम उनके एखर जबाब दइ सका, जउन अपन मन के बजाय बाहिर रूप लग घमंड करथन।
ठीक जउन मेर तुम हमके चुटु हस समझ पाय हबा कि तुम हमर गर्व के बिसय हबा, परभु यीसु के दिन हे तुमो हमर उप्पर गर्व करिहा।
हम उनखर संग अपन गिनती या बरोबरी करै का नेहको सोचथन, जउन खुद अपन बडाई करथै ऊ अपन के अक दूसर लग नापथै, अउ अपन बरोबरी खुद करथै, पय उन नेहको जानथै कि केतका मूरख हबै।
काखे निक्खा उहै माने जथै जेही परभु निक्खा स्वीकारथै, न कि ऊ जउन खुद के निक्खा समझथै।
तुम केबल जउन आगू हबै, ओखर बाहरी रूप के देखथा, अगर कउनो के अपन बारे हे हइ जरूरी हबै कि ऊ मसीह के हबै ता ऊ हइ बात हे दुबारा बिचारै कि जसना ऊ मसीह के हबै ओसनेन हमु मसीह के हबन।
अगर मै ओखर उप्पर कुछ जादा गर्व करथो, जउन परभु मोके तुमही बनामै के निता सउपे हबै, न कि तुमही नास के निता, ता ओहमा मोके कउनो लाज नेहको।
हइ करत मै खुद के मूरख बनाय लय हव, तुमै मोके एखर निता मजबूर करे हबै, होमै तो हइ रथै कि तुम मोर बडाई करा, पय मै बेकार हव, फेर मै ऊ बडा-बडा चेला के बरोबरी हे कम नेहको यहों।
का हम फेर अपन बडाई करै लागथै? या हमके आने मनसेन के जसना हइ हमर निता जरूरी हबै कि हम तुमके सिफारिस के चिट्ठी देखइ अउ तोर लग मांगी?
पय हर बात लग भगवान के सेबक के जसना अपन निक्खा बेउहार के परगट करथन, अउ बडा धीर लग, दुख लग, घिनहन लग, पीरा लग सहथन।
कि तुम्हर लग मुलाकात करैका मोर दुबारा आमैके मसीह यीसु हे मोर परति तुम्हर गोरव के अउ बोहत बढाय दे।