तुम हइ दुनिया के जसना आचरन झइ करा, बलुक सगलू कुछ नबा नजर लग देखै अउ अपन आदत बदल ले, हइमेर तुम जान जाबे, कि भगवान के चाहथै अउ ओखर निक्खा सुइकार ओग, समझदार अउ सबले बढिहा हबै।
जिहां तक मोर बात हबै, मोर लिघ्घो जउन कुछु हबै, तुम्हर खुसी के निता खरच करिहों, इहां तक कि खुद के तुम्हर निता खरच के डरिहों, अगर मै तुम्हर लग जादा माया करथो, ता भला तुम मोके कम माया कइसन करिहा।