15 काखे मनसे चाहे मुकति पाथै या नास होथै, हम उनखर बीच भगवान के निता मसीह के मधुर सुगन्ध हबन।
जउन नास होय बाले रास्ता हे चलथै, उन क्रूस के ग्यान के मुरखता समझथै। पय हमर निता जउन मुकति के रास्ता हे चलथै, ऊ भगवान के सक्ति हबै।
जउन मेर लग मसीह हमर लग माया करिस अउ खुदय के महकनी तेल के मेर भगवान के निता अक्ठी चढावा अउ बलि के रूप हे चढाय दइस, उहै मेर माया के जीवन जिया।
अब मोके पूर पइसा मिल गय हबै, मै धनी हव, इपफ्रदीतुस लग तोर पठोय हर चीज पाय के मै धनी हुइ गय हबो, तुमही हइ भेंट अक्ठी मधुर सुगन्ध हबै, अक्ठी स्वीकार करे बाले बलिदान हबै, जेखर लग भगवान मगन होथै।
नास होमै बाले मनसेन के हर मेर के अधरम भरम हे डारथै, काखे उन सही माया नेहको करिन, जउन उनही मुकति करै के निता सक्ति रथै।