1 अब मै तीसर बेर तुम्हर लिघ्घो आय बाले हव, किताब हे कहे गय हबै, दुइ या तीन गवाहन के गवाही दवारा सगलू बात परमानित करे जही।
अगर ऊ नेहको सुनथै, ता अक्ठी दुइ झन के अपन संग लइ जा, तब दुइ या तीनठे गवाह लग हर बात के फइसला करे जही, दुइठे या तीन गवाह लग निहचित करे जाय, जसना कि हइ पवितर किताब कथै।
अब मै तीसर बेर तुम्हर इहां आमै का तइयारी करत हव, अउ तुम्हर निता बोझ नेहको बनहुं, काखे मै तुमके चाहथो, तुम्हर डेरा के नेहको, लरकन के अपन दाय-बाफ के निता डेरा अकजुट करैका नेहको चाही, बलुक दाय-बाफ के अपन लरकन के निता कमाथै।