पय कुछ यहूदी अन्ताकिया सहर अउ इकुनियुम लग आयके मनसेन के अपन पल्ला कर लेथै अउ पोलुस के पथरा मारथै, अउ मरे हर समझ के उके नगर के बाहिर छो किढलाय के लइ जथै।
तब सेनापति सरदार आदेस देथै, कि पोलुस के अकेले हे लइ जाय, ऊ कथै, कि कोडा लगाय-लगाय के ओखर लग पूछ तांछ करे जाय, ताकि पता होय कि ओखर उप्पर मनसेन के हइ मेर चिल्लाय का कारन हबै।
कुछ मनसे पथरा लग मारे गइन अउ कुछ मनसेन के आरा लग चीर दइन अउ कुछ तलबार लग मारे गइन। उन गरीब रथै, उनही सताइन अउ उनखर संग बेकार बेउहार करिन, उन गेडरा छेडी के खलरी ओढ के इछो-उछो भटकत रहिन।