अगर तुम्हर हे दूसर के हक हबै, ता का तुम्हर हे हमर हक उन सबले बढके नेहको होही? तउ हम हइ हक के ऊज नेहको करेन, पय हम मसीह के संदेस के परचार हे कउ रुकावट झइ करै, इहैनिता हम सबैमेर के दुख सहथन।
मै जब हइ योजना बनाय रथो, ता मोके कउनो संका नेहको रथै, या मै जउन योजना बनाथो ता का उके देह के तरीका लग बनाथो कि अक्ठी टेम हे “हां-हां” कहत रहों अउ “ना-ना” करत रहों?
तुम्हर संग रहत भरमा पइसा के जरूरत हे मै तुम्हर लग कउनो के उप्पर बोझ नेहको बनो, मकिदुनिया परदेस लग आय संगी भाई बिस्वासी मोर सगलू जरूरत के पूर करिन, अउ हर इलाका हे मोर इहै परयास रहे हबै कि मै तुम्हर उप्पर बोझ झइ बनो, भभिस्य हे मोर परयास इहै रही।