हइ कारन दुरिहां होउत भरमा मै तुमके हइ सब लिखथो कि उहां मउजूद होमै हे मोके परभु दवारा दय गय हक का परयोग ठोस भाव हे झइ करै के पडै, हइ हक के उदेस्य हबै उन्नत करै के न कि नास करै के।
इहैनिता मोर आमै लग मै ओखर कामन के सुरता देबाहुं जउन ऊ बेकार सब्द लग हमर निदरा करथै, ऊ एतका हे मन नेहको भरथै, ता ऊ अपन भाई के सोगत तक नेहको करथै, अउ न करै बालेन के करै देथै, बलुक उनही मंडली लग बाहिर के देथै।