16 एखर लग तुम्हर इलाका लग आगू हम संदेस के परचार के पउब, कउनो दूसर के जउन काम सउपे गय रथै, ऊ इलाका हे अब तक जउन काम हुइ चुके हबै, हमके ओखर उप्पर गर्व करै का कउनो जरूरत नेहको हबै।
जब हइ बात होय चुकथै ता पोलुस आतमा हे ठानथै कि मकिदुनिया अउ अखाया लग हुइके यरुसलेम छो जहुं अउ कथै, “उहां जाय के बाद मोके रोम सहर के देखै के जरूरी हबै।”
पय मोर मन के मगन हइ हबै, कि जछो-जछो मसीह के नाम नेहको लेथै, उहै संदेस सुनाहूं असना झइ होय कि दूसर के नीह हे घर बनाव।
इहैनिता कि मै तुम्हर निता भगवान के सुभ संदेस के परचार मुफ्त हे करव, का तुमके ऊंच करै के उदेस्य लग मोर खुद के दीन बनाय ले का पाप रथै?