5 काखे जसना मसीह के दुखन हे सामिल हवन ओसनेन मसीह के दवारा हमर खुसी तुम्हर निता उमडथै।
ऊ टेम यरुसलेम सहर हे समोन नाम के अक्ठी धरमी अउ भजन करै बाले मनसे रथै, ऊ इस्राएल के सान्ति के इन्तजार हे रथै, अउ पवितर आतमा ओखर संग रथै।
अउ भुंइ हे गिर पडथै अउ हइ सब्द सुनथै, “हे साऊल-हे साऊल तै मोके काखे परेसान करथस।”
काखे हम ओखर टोरवा हबन, हमु ओखर वारिस हबन, भगवान अउ मसीह के संग हम वारिस हबन, अगर सहीमा ओखर संग दुख उठाथन, तबै हमही ओखर संग महिमा मिलही।
मोर बोहत इक्छा अउ आसा हइ हबै अउ मोके एखर बिस्वास हबै कि मै कउनो बात लग निरास नेहको हुइहों, बलुक पूर निरभयता के संग जेखर लग हरमेसा मोर देह लग मसीह के महिमा होत रहै, ओसनेन आगू होत रही चाहे जिउं चाहे मर जाव।
इहैनिता अगर मसीह हे चुटुहस प्रोत्साहन, माया लग पइदा धीर, आतमा के सहभागी अउ करुना अउ दया होय।
मै हइ चाहथो कि मसीह के जान लो, ओखर फेरै लग जिन्दा के सक्ति के अनुभव करव अउ मिरतू हे उनखर जसना बनके उनखर दुख भोग के सहभागी बन जांव।
हइ टेम तुम्हर निता जउन दुख उठाथों, ओखर कारन खुस हव, मै मसीह के कस्ट के बचे हर भाग अपन सरीर के उनखर देह, मतलब मंडली के निता पूर करथो।
अउ असना सताव अउ परेसानी हे मोर साथ दय, जउन अन्ताकिया अउ इकुनियुम अउ लुस्तरा नगर हे मोर हे पडे रथै, अउ दूसर परेसानी हे जउन मै उठाय हव, पय परभु मोके उन सबले छंडाय लइस।
अगर तुम्हर हे अतियाचार करे जही, ता मसीह के दुख भोग के सहपारटी बन जाय के निता तुम मगन हुइ जइहा, जउन रोज मसीह के महिमा परगट होही, तुम बोहत मगन हुइ जइहा।