24 कुछ मनसेन के पाप सही रूप लग परगट हुइ जथै, अउ नियाव के निता उपस्थित करे जथै, पय कुछ मनसेन के पाप बाद हे दिखाई देथै।
जब समोन हइ देखथै कि चेलन के हाथ धरै लग पवितर आतमा मिलथै, ता ऊ उनखर लिघ्घो पइसा लायके आथै,
अगर मोर झूठ के चलते भगवान कर सच्चाई ओखर महिमा के निता, बोहत करके परगट होथै, ता मोके पापी घोसित काखे करे जथै।
काखे देमास बरतमान दुनिया के प्रिय जानके ऊ मोके छांडके थिस्सलुनीके सहर छो कढ गय हबै, क्रेसकेंस गलातिया परदेस छो कढ गइस, अउ तीतुस, दलमतिया परदेस छो।
मै स्वरग लग अक्ठी आरो हइ आदेस देत सुनाई देथै, “लिख, धन्य हबै।” ऊ मिरतू, जउन अब लग परभु हे बिस्वास करत मरे हबै, आतमा कथै, “असनेन होय, ताकि ऊ अपन मेहनत के बाद आराम के सकै, काखे उनखर निक्खा काम उनखर संग हबै।”