कउ असना परिक्छा तुम्हर हे झइ आबै, जउन सगलू मनसेन के निता सहै लग बाहिर हबै, भगवान बिस्वास हबै, ऊ तुमही कउनो असना परिक्छा हे नेहको परै देही, जउन तुम्हर सहै लग बाहिर होय पय ऊ परिक्छा के संग उपायो करही कि तुम बिस्वास हे मजबूत रही सका।
भगवान के बडा सक्ति हमही ऊ सब दय हबै, जउन भक्ति के जीवन के निता जरूरी हबै अउ हमही ओखरे ग्यान पामै के ओग बनाय हबै, जउन हमही अपन महिमा अउ निक्खा काम करै के निता बुलाय हबै।