भगवान मंडली हे कइन-कइन मेर के मनसेन के ठहराय हबै, आगू चेलन के, दूसर ग्यानी मनसे के, तीसर ग्यान देय बाले, अउ फेर सक्ति के काम करै बाले के, तब उन मनसेन के, जिनही निक्खा करै के बरदान पाय हबै, अउ भला करै बालेन के, अउ सासन देख रेख करै बाले अउ सबैमेर के भासा बोलै बालेन के।