अब हे भाई अउ बेहन, मै तुम्हर लग बिदा लेथो, अपन आदत निक्खा करा, ओसनेन करत जा जसना मै कहे हव, अक जसना सोचा, सान्ति लग रहा, जेखर लग माया अउ सान्ति के भगवान तुम्हर संग रही।
भगवान के लरका कउन हबै? अउ भुतवा के लरका कउन हबै? तुम उनके हइमेर जान सकथै, सगलू मनसे जउन धरमी के काम हे नेहको चलथै अउ अपन भाई के माया नेहको करथै, ऊ भगवान के नेहको हबै।