“परभु कर आतमा मोर संग हबै, काखे ऊ मोर अभिसेक करे हबै, ऊ मोके पठोय हबै, कि मै कंगालन के संदेस सुनाव, अउ जेलियरन के मुकति करो, अउ अंधरन के फेरै आंखी देय के संदेस दों, मै दलित मनसेन के आजाद करव।”
जब ऊ सही के आतमा आही, ता तुमही सगलू सही के रास्ता तुमही गुठेही, काखे ऊ अपन तरफ लग नेहको कहि, बलुक ऊ जउन कुछु सुनही उहै कहि अउ तुमही आमै बाले बातन के बारे हे गुठेही।
भगवान उहै यीसु नासरी के पवितर आतमा अउ सक्ति लग अभिसेक करे रथै अउ ऊ चारो पल्ला घूम-घूम के निक्खा काम करथै अउ भुतवा के बस हे आय हर मनसेन के निक्खा करथै काखे भगवान उनखर संग रथै।
फेर तो कबहुं कउ मनसे अपन परोसी के असना नेहको सिखइहीं, अउ न कउ मनसे अपन भाइन, लग कबहुं कइहीं तुम परभु के चीन्हा। काखे तब तो उन सब नान लग, लइके बडा तक मोके जनहीं।
जउन अभिसेक तुम मनसे मसीह लग पाय हबा, ऊ तुम्हर हे मवजूद रथै, इहैनिता तुमही जरूरत नेहको कि कउनो मनसे सिखामै, मसीह लग मिले हर अभिसेक तुमही सगलू कुछ सिखाथै, ओखर सिक्छा सत्य हबै असत्य नेहको ऊ सिक्छा के जसना तुम मसीह हे बने रहा।
काखे जब तुम हइ सगला जानथा तबो मै तुमके सुरता दिलामै चाहथो कि परभु अक्कै बेर इस्राएलियन के मिस्र देस लग छंडाय रथै, पय बाद हे उन मनसे के नास के दइस जिनही बिस्वास नेहको करे रथै।
हइ चारो परानी के हर अक्ठी के छय छयठे पंख रथै, उनखर भित्तर के पल्ला अउ बाहिर के पल्ला आंखै आंख रथै अउ उन दिन रात लगेतार बिना रुके महिमा करथै, “पवितर परभु सर्वसक्तिमान बाले भगवान, जउन रथै जउन हबै अउ जउन आमै बाले हबै।”