4 जिहां तक मूरतिन के बलि चढाय हर चीज के खाय के सबाल हबै, हम हइ बात के चुटु-बोहत जानथन कि सगलू दुनिया हे कहुं मूरती हे कुछु नेहको हबै, पय अक्ठी के छांड के अउ कउ भगवान नेहको हबै।
तुम देख सकथा अउ सुन सकथा, हइ पोलुस न इफिसुस हे बलुक करीबन आसिया के दुरिहां के इलाका हे मनसेन के बहकाय के बदल देथै, ऊ कथै, मनसेन के हाथन लग बनाय हर देउता बिलकुन देउता नेहको हबै।
अगर कउनो के मन कमजोर हबै, अउ ऊ तुम्हर मेर ग्यानिन मनसे के मन्दिर के मूरती हे चढरेहर परसाद खात देख लइहीं, ता का उहो मूरती हे बलि चढरेहर चीज के खाय के निता हिम्मत नेहको करही?