ऊ भोजन के निता मेहनत झइ करा, जउन नास हुइ जही, पय ओखर निता मेहनत करा जउन सबरोज के जीवन ठहरथै, जउन मनसे कर टोरवा तुमही देही काखे बाफ भगवान उहै हे छाप लगाय हबै।
इहैनिता अगर मोर खाना मोर भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनथै, ता मै फेर कबहुन कउनो मेर के गोस नेहको खइहों। कहुं असना झइ होय कि मै अपन भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनो।
जिहां तक मूरतिन के बलि चढाय हर चीज के खाय के सबाल हबै, हम हइ बात के चुटु-बोहत जानथन कि सगलू दुनिया हे कहुं मूरती हे कुछु नेहको हबै, पय अक्ठी के छांड के अउ कउ भगवान नेहको हबै।