8 अब मै उनखर लग कहे चाहथो जेखर काज नेहको होय हबै अउ जउन बिधवन हबै, अगर उन मोर मेर रहै चाहथै, ता हइ उनखर निता निक्खा हबै।
अब उन बातन के बारे हे जउन तुम चिट्ठी हे लिखके पूछे हबा, हइ निक्खा हबै कि कउ डउका कउनो डउकी के झइ छुय।
मै तो चाहथो कि तुमही कउनो चिन्ता झइ होय, जउन बिना काज बाले डउका हबै, ऊ परभु के बातन के चिन्ता करथै कि परभु के कसना मगन के सकि।
मै हइ चाहथो कि जसना मै हबो ओसनेन सब मनसे होय, पय भगवान के तरफ लग हर अकझन के निक्खा बरदान मिले हबै कउनो के अक मेर के, अउ कउनोन के दूसर मेर के।
का दूसर चेला, परभु के भाई अउ कैफा के जसना हमही अपन बिस्वासी बेहन के काज करे हर डउकी के अपन संग लइ जाय के हक नेहको?