30 जउन दुखी हबै, उन असना रहै कि कउनो दुख नेहको हबै, जउन मगन हबै, उन असना मनामै कि कउनो मगन नेहको हबै, जउन कुछु चीज के धंधा करत होय, उन असना करै कि उनखर लिघ्घो कुछु चीज नेहको हबै,
काखे ऊ मेमना जउन राजगद्दी के बीच हे हबै, उनखर देखभाल करही, ऊ उनके जीवन दे बाले पानी के झरना के लिघ्घो लइ जही अउ भगवान उनखर आंखी के हर आंसू के पोंछ देही।”