2 पय गलत काम लग बचै के निता हर अक्ठी डउका के डउकी होय, अउ हर अक्ठी डउकी के डउका होय।
पय मै तुम्हर लग हइ कथो, जउन कउ अपन डउकी के गलत काम के सिबाय कउनो अउ कारन लग छोडथै, ता ऊ ओखर लग गलत काम करवाथै अउ जउन कउ ऊ छांडे हर डउकी लग काज करथै, ऊ गलत काम करथै।
गलत काम लग दुरिहां रइहा, जेतका पाप मनसे करथै ऊ देह के बाहिर हबै, पय गलत काम करै बाले अपनेन देह के बिरोध पाप करथै।
अब उन बातन के बारे हे जउन तुम चिट्ठी हे लिखके पूछे हबा, हइ निक्खा हबै कि कउ डउका कउनो डउकी के झइ छुय।
हइ जरूरी हबै कि डउका अपन डउकी के हक पूर करै अउ ओसनेन डउकियो अपन डउका के हक पूर करै।
अगर उन अपन खुद हे धीर नेहको धर सकै ता काज करले, काखे वासना रहै लग निक्खा हबै काज कर लेयका चाही।
इहैमेर जरूरी हबै कि डउका अपन डउकी लग अपन देह के जसना माया करै। जउन अपन डउकी लग माया करथै, ऊ खुदय लग माया करथै।
पय तुम मसे हर अक्ठी अपन डउकी लग अपन जसना माया करै, अउ डउकी अपन डउका के आदर करा।
तुम मसे सबझन अपन मन के काबू हे अउ देह के पवितर बनाय के रखा अउ ओखर इज्जत करा।
जउन काज करै लग रोके, अउ भोजन के कुछ चीजन ले परे रहै के आदेस दइहिन, जिनके भगवान इहैनिता रचे हबै कि बिस्वास करै बाले अउ सही के चीन्हे बाले उनके धन्यबाद के संग खाय।