2 तउभरमा तुम घमंड हे फूले हबा, तुमही दुखी होमै चाही अउ जउन असना काम करे हबै ओखर बिरोध करै के चाही।
पय कुछ मनसे हइ समझ के घमंड लग फूले नेहको समाय, कि मै तुम्हर इछो नेहको अइहों।
मोके हइ डर हबै कि मोर उहां आमै हे मै तुमके अपन आसा के जसना न पाव अउ तुमो मोके अपन आसा के जसना न पाबा, मोके डर हबै, कि उहां झगडा, जलन, गुस्सा अउ बेवस्था ठीक न हो।
मोके डर हबै कि जब मै फेरै तुम्हर लग मिलै आंव ता तुम्हर आगू मोर भगवान कहुं मोके लज्जित झइ करै, अउ मोके उन मनसे के निता आसूं बहामै का पडै, जिनही पहिले पाप करे हबै, अउ असुध्द, गलत काम, अउ सरीरिक सबंध हे बुढे रहै के निता छमा नेहको मांगे हबै।