3 मोके एखर चुटको चिन्ता नेहको हबै कि तुम मोर नियाव करा या परखा मनसेन के कउ अउ अदालत मोके काबिल समझा, मै खुदय अपन नियाव या परख नेहको करथो।
मुंह देखके नियाव झइ करा, बलुक सही नियाव करा।
आतमिक मनसे सगलू बातन के परख करथै, पय कउ ऊ मनसे के परख नेहको के सकथै।
ता हर अकझन के काम परगट करे जही, नियाव के रोज जउन आगी के संग परगट होही, उके परगट करही अउ ऊ आगी के दवारा हर अकझन के काम के परिक्छा लय जही।
अउ फेर जिनही हइ लुके हर भेद भन्डारी सउपे हबै, उनखर हे हइ जिम्मेदारी हबै कि उन बिस्वास के काबिल होय।
मै अपन हे कउनो पाप नेहको पाथो, पय एखर मतलब नेहको हबै कि मै निस पाप हबो, काखे मोर परखे बाले परभु हबै।