हे भाई, अब मै तुमही उहै भगवान कर संदेस के दुइबारा सुरता देमामै चाहथो, जेखर परचार मै तुम्हर बीच करे रहों, जेही तुम गरहन करे हबा अउ जेहमा तुम मजबूत बने हबा।
भगवान लग मिले हर अनुगरह के जसना मै घर बनामै के निता अच्छी मिसतिरी के जसना नीह खनिस, कउ दूसर नीह के उप्पर रद्दा रखथै, हरेक झन के चेतन्न रहैका हबै कि ऊ कउन मेर घर बनाथै।
अगर तुम्हर हे दूसर के हक हबै, ता का तुम्हर हे हमर हक उन सबले बढके नेहको होही? तउ हम हइ हक के ऊज नेहको करेन, पय हम मसीह के संदेस के परचार हे कउ रुकावट झइ करै, इहैनिता हम सबैमेर के दुख सहथन।
काखे अक्ठी असना टेम आही जब ऊ खरी सिक्छा के सह न सकहिन, ऊ अपन इक्छा पूर करै के निता असना गुरू के अकजुट करही, जउन उनही केबल कानन के निक्खा लगै बाले सिक्छा दइहिन।