2 मै तुमही दूध पिलायो। मै तुमही ठोस भात इहैनिता नेहको खबायों कि तुम एही नेहको पचाय सकता।
मोके तुम्हर लग अउ बोहत कुछु कहेका हबै, पय अबे तुम ऊ नेहको सह सकिहा।
जबा पइदा होय हर लरका के जसना सुध्द आतमिक दूध के लालसा करा, ताकि ओखर दवारा मुकति पामै के निता बढत जा,