9 हम उन बातन के बारे हे कथन, जेखर बारे हे मूसा कर किताब हे हइ लिखवरे हबै, “भगवान अपन चेलन के निता तइयार करे हबै, ओही कउनो कबहुं नेहको देखे हबै, अउ न कउनो सुने हबै, अउ न कउ ओखर बारे हे सोचे हबै।”
पय उन तो स्वरग के अक्ठी बडा परदेस के खोज हे लगे रथै, इहैनिता भगवान के उनखर भगवान कहामै हे डर नेहको हबै, काखे उन तो उनखर निता अक्ठी सहर तइयार करके रखे हबै।
धन्य हबै ऊ, जउन मनसे परिक्छा हे ठाड रथै काखे परिक्छा हे खरा उतरै हे उके जीवन के ऊ मुकुट मिलही, जेही परभु अपन सेबक के दे के टीमा अपन माया करै बाले लग करे हबै।
हे मोर पिरिया भाई अउ बेहन, सुन लेया। का भगवान उन मनसेन के नेहको चुने हबै, जउन दुनिया के नजर हे गरीब हबै, ताकि उन बिस्वास के धन्नड हुइ जाय अउ ऊ राज के बारिसदार बनै, जउन ऊ अपन सेबकन के देय के निता टीमा करे हबै, जउन ओखर लग माया करथै?
उनखर हे परगट करे गइस कि जब उन संदेस सुनाउत रहिन, तब उन अपन निता नेहको, पय तुम्हर सेबा के निता बात करथै। अब संदेस के परचार स्वरग लग पठोय हर पवितर आतमा के दवारा लग, तुमही उहै संदेस सुनाथै, स्वरगदूतो इन बातन के पूरी जानकारी हासिल करै के निता तइयार हबै।