अगर मै उनखर बीच हे चकित के काम नेहको करे होतो, जेही कउनो अउ कबहुं नेहको करिन, ता उन पापी नेहको ठहरतिन, पय अब तो उन देख के मोर लग अउ मोर बाफ लग बैर करे हबै।
भगवान अन्याय नेहको करथै। ऊ तुम्हर कामन के अउ ऊ माया के नेहको बिसरथै, जउन तुम ओखर नाम के महिमा के मकसद लग, हइमेर देखाइस कि अपन पवितर मनसेन के सेबा करिस अउ अबे तक करत हबा।