18 उनखर कारन मोर अउ तुम्हर मन के चिन्ता के दूर कर दइन, तुम असना मनसेन के इज्जत करा।
अउ मै भगवान के इक्छा लग तुम्हर निता खुसी के संग आयके तुम्हर संग अराम पाहूं।
इहैनिता हमके सान्ति मिलिस, हमर हइ सान्ति के संग तीतुस के मगन के कारन अउ जादा मगन हुइस काखे ओखर जीव तुम सबके कारन खुसी हुइ गय हबै।
मै उके तुम्हर लिघ्घो इहैनिता पठोथो कि तुम हमर बारे हे पूर संदेस जान जा अउ तुम्हर हिरदय के प्रोत्साहन करै।
हे भाइयो, हमर तुम्हर लग बिनती हबै कि तुम उन मनसेन के इज्जत करा जउन तुम्हर बीच मेहनत करथै, अउ परभु हे तुम्हर अगुवा हबै अउ तुमही सिक्छा देथै।
हे भाई, परभु के नाम लग मोके तुम्हर लग कुछ तो फायदा होय, तुम मसीह के कारन मोर हिरदय खुसी लग भर देया।
काखे हे भाई, मोके तोर माया लग बोहत खुसी अउ प्रोत्साहन मिले हबै, इहैनिता कि तोर दवारा पवितर मनसेन के मन हरा भरा हुइ गय हबै।
उनही सुरता रखिहा, जउन तुम्हर अगुवा रथै, जउन तुमही भगवान के बचन के सिक्छा दइन अउ उनखर चाल चलन के परिनाम के सुरता करत उनखर बिस्वास के पाछू चला करिहा।
मोके अउ कउनो बात हे एतका खुसी नेहको हुइस, जेतका हइ बात सुनके कि मोर लरका सही के रास्ता हे चलथै।