यीसु कथै, “मनसे कर टोरवा के बोहत परेसानी उठामै के होही, हइ जरूरी हबै सियान अउ पंडित अउ नियाव के गुरू दवारा बेकार समझ के मार डरहीं अउ ऊ तीसर रोज जिन्दा हुइ जाय।”
एखर बाद अरिमतियाह गांव के यूसुफ नाम अक्ठी मनसे रथै, जउन यहूदी नेता के डर के कारन यीसु के गुप्त चेला रथै, ऊ पिलातुस लग यीसु के लोथ के उतार लइके बिनती करथै, पिलातुस उनखर बिनती के सुन लेथै अउ यूसुफ आयके यीसु कर लोथ के लइ जथै।
यीसु अपन मिरतू कर बाद ऊ अपन खुद के बोहत लग मजबूत सबूत कर संग उनखर आगू परगट करिस कि ऊ जिन्दा हबै, ऊ चालीस रोज तक उनही दिखाई देत रथै अउ उनखर लग भगवान कर राज के बारे हे बात करथै।
ऊ अक रोज निस्चित करथै, जब ऊ अपन नियुक्त करे गइस, अक्ठी डउका के दवारा नियाव के संग दुनिया के निरनय करही, भगवान मरे हर मसे उके जिलायके ऊ हर कउनो के हइ बात के सबूत दय हबै।
हम उनखर मिरतू के बतिस्मा गरहन के ओखर संग इहैनिता गाडे गय हवन कि जउन मेर मसीह बाफ के महिमामय सक्ति लग मरे हर मसे जी उठे हबै, उहैमेर हमु अक्ठी नबा जीवन जी।
जब तुम बतिस्मा हे उनखर संग गाडे गया, अउ उहै हे ओखर संग उस बिस्वास के दवारा जिन्दा करे गय हबा, जउन भगवान के काम हे हबै, जिनही मसीह के मरे हर मसे जिन्दा करिस।
उन हइ बात के खोजिन कि मसीह के आतमा उन ग्यानी मनसेन हे रथै अउ आगुन लग ऊ मसीह के दुख अउ एखर बाद आमै बाले महिमा के गवाह देयत रहिस, ग्यानी मनसे हइ जानै चाहथै कि आतमा केतका टेम अउ कउन समस्या के तरफ इसारा करथै।