9 तुम्हर बारे हे हइ बात हबै, अगर आने भासा हे बात करत तुम्हर बोले हर सब्द साफ-साफ बात नेहको बोलहि, ता हइ कसना पता चलही कि तुम का कहत हबा? तुम तो हवा लग बात करै बाले ठहरिहा।
इहैनिता मै अक्ठी जरूरी इनाम आगू धर के दउरथो, मै असना हवा हे मुटका नेहको मारथो।
दुनिया हे न जाने कइनमेर के सब्द हबै अउ उनखर हे कउनो बेकार नेहको हबै।