मै चाहथो कि तुम्हर मसे हर अकझन के आने भासा हे बोलैके बरदान मिलै, पय एखर लग अच्छी हइ होही कि तुमही आगू कर बात करै के बरदान मिलै, अगर आने भासा बोलै बाले मनसे मंडली के उन्नत के निता उनखर अनुवाद नेहको करथै, ता एखर अपेक्छा आगू कर बात करै बाले ओखर लग बढके हबै।