24 अगर सगलू आगू कर बात करै लग जाय अउ उछो कउ असना मनसे भित्तर घुस आबै, जेही हइ सब नेहको समझत होय, या उछो कउ अबिस्वासी घुस आबै ता ऊ अपन के पापी समझही अउ परख लेही,
जब ऊ दुनिया हे आही, ता पाप, नियाइपन अउ सजा के बारे हे दुनिया के दोसी सिध्द के देही।
“आबा अक्ठी मनसे के देखा, जउन सगलू कुछु मोके गुठे दय हबै, जउन मै काम करे रथो, कहुं इहै तो मसीह नेहको हबै?”
मनसे जब हइ सुनथै ता उन चकित होथै पतरस अउ चेलन लग कथै, “हे भाइयो हमके काहिन करै चाही?”
तुम माया के धियान देयत रहा, अउ आतमिक बरदानन के सुर हे रइहा, अउ हइ आगू कर बात करै बाले बरदान के आसा करे करा।
अगर तुम अन्तर आतमा लग भगवान के धन्यबाद करिहा, ता उछो बइठे सीधा साधा मनसे तोर धन्यबाद सुनके कइसन के “आमीन” कहि सकथै? उन हइ नेहको जानथै कि तै काहिन कथस?
आतमिक मनसे सगलू बातन के परख करथै, पय कउ ऊ मनसे के परख नेहको के सकथै।