पय मै तुम्हर लग हइ कथो, कि कउ अपन भाई या बेहन लग गुस्सा करही, ऊ स्वरग के अदालत हे सजा के लायक होही, जउन कउ अपन भाई के बेकार कहि, ऊ स्वरग के अदालत के सजा के लायक होही, जउन कउनो के मूरुख कहि, ऊ नरक के आगी के लायक होही।
हमर संदेस हबै कि भगवान मनसे के पाप के अनदेखा करत मसीह के दवारा उनके अपन हे दुनिया के मेल करा लय हबै अउ उहै मनसेन के भगवान लग मिलामै के संदेस हमके सउपे हबै।