13 हम यहूदी हुइ या यूनानी, गुलाम हे हुइ या आजाद, अक्ठिन देह होय के निता अक्ठिन आतमा हे हमर पानी हे बतिस्मा करे गय हबै, अउ हम सबझन के अक्ठिन आतमा पियाय गय हबै।
यीसु जबाब देथै, अगर तै भगवान के बरदान के जानथस अउ इहो जानथस कि ऊ कउन हबै जउन तोर लग कथै, “मोके पानी पिला, ता तै ओखर लग मांगबे अउ ऊ तोके जीवन के पानी देही।”
ऊ गुप्त बात हइ हबै कि संदेस के दवारा यहूदियन के संग गैर यहूदी मनसे अक्ठी बिरासत के हकदार हबै, अकठिन देह के अंग हबै अउ मसीह यीसु हे जउन टीमा हमके दय गय हबै ओहमा सामिल हबै।
भगवान उनके दिलामै चाहथै कि गैर यहूदी हे ई रहस्य के केतका महिमामय समरध्दी हबै, ऊ रहस्य हइ हबै, कि मसीह तुम सबके बीच हबै, अउ उन हे तुम सबके महिमा के आसा हबै।
ई नबीनता हे कउनो भेद नेहको रथै, एहमा न यूनानी हबै, न यहूदी न खतना हबै, न खतना के अभाव न जंगलिहा हबै, न स्कूती, न हरवाह अउ न आजाद, केबल मसीह हबै, जउन सगलू कुछु अउ सब हे हबै।
हइ पानी के बतिस्मा के चीन्हा हबै, जउन अब तुम्हर मुकति करथै, बतिस्मा के मतलब देह के मइल धोमै के नेहको, बकि सुध्द हिरदय लग अपन के भगवान के परति सउपना हबै। हइ बतिस्मा यीसु मसीह के जिन्दा हुइ जाय के दवारा हमर मुकति करथै।