12 मनसेन के देह अक्ठिन हबै, पय ओखर कइनठेन अंग होथै, अउ देह के अंग कइनठेन होय लग देह अक्ठिन हबै, इहैमेर मसीह हबै।
रोटी तो अक्ठिन हबै, इहैनिता हम सब अक्ठिन रोटी के भागी हबन, देह अक्ठी हबै, काखे हम सब उहै अक्ठी रोटी हे सहभागी होथन।
सहीमा बोहत लग अंग होय लग अक्ठिन हबै देह हबै।
इहैमेर तुम सब मिलके मसीह के देह हबा, अउ तुम्हर मसे सबझन ओखर अक्ठी अंग हबा।
सगलू मनसेन के सब के फायदा के निता आतमा के उजेड मिलथै।
अब टीमा अब्राहम के बिरादरी के देय गय हबै। ऊ हइ नेहको कथै, “उनखर बिरादरी के” जसना बोहत झन के बारे हे कथै, पय जसना अक्ठी के बारे हे “तोर बिरादरी ऊ मसीह हबै।”
मंडली मसीह के देह हबै, जउन सगलू कुछु सब मेर लग अपन उपस्थिति लग जिघा के भर देथै।
ताकि पवितर मनसे सेबा के निता तइयार करे जाय अउ मसीह के देह मतलब मंडली के उन्नत होय।
अक्ठिन देह हबै अक्ठिन आतमा हबै अउ अक्ठिन आसा हबै, जेखर निता तुमही बोलाय गय हबै।
काखे डउका डउकी के मूड हबै जसना कि मसीह मंडली के मूड हबै, इहै देह के ऊ मुकति करै बाले हबै।
इहैनिता कि हम ओखर देह के अंग हबन।
उहै देह मतलब मंडली के परधान हबै, उहै सुरू हबै, मरे हर मसे जी उठे बाले हे पहिलउठा हबै उहै सब हे बडा हबै।
हइ टेम तुम्हर निता जउन दुख उठाथों, ओखर कारन खुस हव, मै मसीह के कस्ट के बचे हर भाग अपन सरीर के उनखर देह, मतलब मंडली के निता पूर करथो।
ऊ खुद के मसीह के बस हे नेहको रखथै जउन जरूरी हबै जउन जोड अउ नस लग समरपित हुइके सगलू देह के भलाई करथै, अउ जेखर आध्यातमिक बिकास के अनुभव होथै।
मसीह के सान्ति तोर मन हे राज करै, इहै सान्ति के निता तुम, अक्ठी देह के अंग बनके, बुलाय गय हबै, हरमेसा धन्यबादी बने रहा।