27 इहैनिता जउन मनसे मजाक मेर लग परभु के रोटी खइहिन या ओखर खोरवा मसे पीहीं, ऊ परभु के देह अउ खून के पापी ठहरही।
“राजा पहुनन के देखै के निता भित्तर छो आइस, ता ऊ उहां अक्ठी मनसे के देखथै, जउन काज कर बन्डी नेहको पहिरे रथै।
स्वरग लग उतरे हर ऊ जीवन के रोटी हे आंव, अगर कउ हइ रोटी मसे खाही, ता ऊ सबरोज जिन्दा रही अउ जउन रोटी मै देहुं, ऊ मोर देह हबै जउन मै दुनिया कर मनसेन के निता बलि करिहों।
तुम परभु के खोरवा अउ भुतवा के खोरवा दोनोन मसे नेहको पी सकते हबा, तुम परभु के टेबुल अउ भुतवा के टेबुल दोनोन के सहभागी झइ बना।
काखे जउन खात पियत टेम परभु के देह के नेहको चीनथै, ऊ हइ खाय पिये लग अपन उप्पर नियाव लाथै।
ता सोच लेया कि ऊ मनसे केतका अउ बोहत सजा के कबिल ठहरही, जउन भगवान कर टोरवा के गोड लग कचरिन अउ टीमा के खून के, जेखर दवारा उके पवितर करे रथै, अक्ठी अपवितर चीज मानिन अउ जउन अनुगरह के आतमा के बेज्जती करिन।