18 सबले पहली बात हइ हबै, कि जब तुम मंडली हे अक जिघा जुडथा, ता मोके सुनै हे हइ आय हबै कि तुम्हर हे फूट होय रथै, अउ मै हइ बात हे कुछ बिस्वासो करथो।
तुम हइ टेम इके नेहको पचाय सकता, काखे तुम अब तक देह के स्वभाव के हबा, तुम्हर मसे जलन अउ झगडा होथै। का हइ बात के सबूत नेहको हबै कि तुम देह के स्वभाव के हबा, अउ दुनिया के मनसेन के रीति हे नेहको चलथै?
तुम्हर बीच होत हबै गलत काम के खबर चारो चउगिरदा बगर गय हबै, असना गलत काम जउन गैर यहूदी हे नेहको होथै, कउनो तो अपन बाफ के डउकिन के रख लय हबै।
का तुम्हर मसे कउ असना हबै, जउन अपन साथिन के संग लडाई हुइ जाय, अउ भगवान के पवितर मनसेन के लिघ्घो न जाय के पापी मनसेन के अदालत हे जाय के हिम्मत करत होय?