13 तुमिन सोच बिचार करा, का हइ जरूरी हबै कि डउकी बिना मूड ओढे भगवान लग बिनती करै?
“तुम अपन निता सही गलत के फइसला काखे नेहको कर लेथा?
मुंह देखके नियाव झइ करा, बलुक सही नियाव करा।
मै तुमही समझदार जानके हइ कथो, जउन मै कथो उके तुम परखा।
का खुद के हइ सिक्छा नेहको देथै कि डउकन के लम्बा चूंदी रखैके लाज के बात हबै,
तुम्हर मंडली हे डउकी चुप रहै, उनही हइ मेर के बात करै के आदेस नेहको हबै, मूसा कर नियम के जसना सही हबै कि उन कबजा हे रहै,