2 कि माहु मोठू शोक हि, एने मारा मोन सदा दु; खत रेणेन,
2 काय माहु मोटलो दुख हे, एने मारो मोन जेलेम दुखते रीथे,
हे बायहो, मारो मोनान अभिलाषा एने तान केरता मारी बोगवाना से प्रार्थना हि कि ताह उद्धार जुडील.
मी मसीहा माय खेरो किथे, मी ठोगलु नाह बोलीह हि मारा सदा विवेक बुद्धीने पुण पवित्र आत्मा माय गवाही आपतेन हि,
काहाकाय कि मी न्या ताहवोर इच्छितो कि आपणो विचारोहो जे शरीरान बायहो मारा कुटुबमेरयू हि, जीवेच; च मसीहा फायरीन शार्पित एय गीया.
काहाकाय इही पुण मोकताज माणहे हि, जे मसीहान क्रुसला शत्रुता मेलीन विजयी एय गीयो हि (मी तुमूह जादा वारीन कियील एने ऐवी भी मी पोशो पोशो किथी हि).
“मी आपणो दुय गवाह हे अधिकार आपण्यू कि तरट पाघरीन एक हजार दुय होव साठ दिहावोर भविष्यवाणी केरावी.”