28 हे होयलू थोमा ने उत्तर आपील, “हे मारो प्रभु हे मारो बोगवान”
28 इहकेरीन होमलीन थोमा जापाप आप्यो, “एय मारा मालीक, एय मारा बोगवान!”
जा उपेरीन नावीपुर, यीशु नमन केरणे कियील, खेरी खेरीच तू बोगवानान सोरो हि.
तेवी तास तान महिमा किरील एने मोठू आनंद केरीन यरूशलेमाम पोशा गीया.
पेलूच वचन एतो, एने वचन बोगवाना हेरी एतो, एने वचन बोगवान एतो.
यीशु तीह केयेल, “मरियम” ती पासाण वोलीन ताह कियील इब्री भाषा माय बोलिल, “रब्बुनी” म्हणजे हे गुरुजी,
ताहे-यो ताह थोमाह केयेल, “तारो आगल्यो न्या आवीन मारो आथाह देखू एने आपणो आथ आवीन मारो पाहलामाय रीगाड, एने अविश्वासू नाहं विश्वासु बोंद.”
यीशु ताह केयेल, “तू माहु देखू हि, काय ज्ञान केरता विश्वास किरील हि? धन्य ते हि तान केरता माहु देखू नाहं तास विश्वास किरील.”
पुण हे ज्ञान केरता लिखील गीया हि कि तुमूह विश्वास केरू का यीशुच बोगवानान सोरो मसीह हि, एने विश्वास केरीन तान नावान जीवन मिलावू.
कि आखा माणुह जोहलो आबाकने सन्मान केरणू तोहोलोच सोराह पुण सन्मान केरणे जुवी जो सोरान सन्मान केरतीन नाहं तो पितान ज्यान ताह मोकलील हि ताह सन्मान केरतीन नाहं.
याम शंका नाहं कि भगत रहस्य कठीण हि, म्हणजे, तो जो शरीर माय प्रकट एनो, आत्मा माय खेरो ठेरेल, स्वर्गदूताह देखानो, दिहरी जातीमाय तान पोरचार एनो, जगाम तापोर विश्वास किरील गीयो, एने महिमात उपेर विशेल गीयो.