8 सोरो हेरो हिकडील पुण तान दुख सहन केरीन आज्ञा मानणु शिकायो,
8 बिटोख ईतो तीबी तो आपणो दुख उखलीन उकुम मान्नेन हिक लिदो।
पुण यीशु ताह उत्तर आप्यो, “ऐवी ओहाच एने दी, काहाकाय आपुह इहीच केरीन सोब धार्मिकता पुरो केरणू हि.” तेवी तो तान वातमान लीदु.
पुण मी स्वताह मारो ईच्छा आपतेन हि तो माहु आपणेन अधिकार हि हा आज्ञा माहु मारो परम आबोक फायरीन जुडना हि.
जर तुमूह मारो आज्ञा मानणार तर मारो प्रेमामाय बोणावीन रेहू; जोहलो मी आपणो आबाकने आज्ञा मानणनये हि एने तान प्रेमामाय बोणावीन रेणे.
यीशु ने ताह कियील, “मारा जेवण ज्याच हि कि माहु मोकलणारा च्या ईच्छा नुसार चालू एने तान काम पुरो केरूह.”
कारण मी मारी ईच्छा नाहं पुण माहु मोकलणारान ईच्छा पुरो केरणेन केरता स्वर्गामाय रीन उतरना हि.
एने माणहान रूपमा प्रगट इन तर तान स्वताह नम्र केरीन रेणू, एने आज्ञाकारी बोणील कि तान स्वताहन जीव सुद्द क्रुस पोर आपील.
ज्या शेवटेस दिहामाय आमूह सोरान मार्फत वातू केरील, ज्याह तान आखा वस्तूंऊ वारिस ठेरिन्यो ताहानद्वारे तान आखा सृष्टीची बनिव्ल्या केरील हि.
काहाकाय स्वर्गदूतामायरीन तो केवी तेभी कुणीह कियील, “तू मारो सोरो हि, आज मीच तुवाह जेल्मो आपील हि?” एने पोशो मी ज्यो, “मी जो तान आबोक हि? एने तो मारो सोरो रेय?”
पुण सोरान विषय माय किथी हि, “हे बोगवान, तारो सिहास पिडीने पिडी रेंय: तारो राज्यान राजदण्ड न्यायान राजदण्ड हि.
पुण मसीह सोरान होस बोगवानान घेरान अधिकारी हि; एने तान घेर आपु हेते, जर आपु हिम्मत एने आपणो आशान अभिमानापुर शेवटपुररीन स्थिर रेणा तर.