26 राग तर केरू, पुण पाप मा केरूह; सूर्य मावळे ताहउर तुमरो राग रिजी,
26 राग ते किरो, पुण पाप मा किरो, दिह बुड़नेन पेल तुमरो राग ओलाय जाय।
पुण मी तुमूह ज्यो केथु, का जो कूण आपणा बायाक पोर राग केरी, तो भी दण्डन लायक हि, एने जो कूण आपणा बायाक कायकामान नाह इही केय तो महासभामाय दण्डन लायक हि, एने जो कूण केय अरे मूर्ख तो नरकान आग्ठामाय टाकणेन लायक हि.
यीशु ने ताह देखन, तेवी क्रोधाने ताह कियील, सोराह बोगवानान आवणे दिवू, काहाकाय स्वर्गान राज्य ओहलाचने हि.
ओवतो तो तान कठोर मोनाह देखीन, ने रागाम भरात आखा उखेर देखिलल एने ता माणहाह आथ ओगाण केर; तान आथ ओगाण करीन ताहा हाजो केर्यो.
हे मारो प्रिय बायहो, हि वात तुमूह होमजाडीन ली: प्रत्येक माणुह होमलणु तत्पर एने बोलणेनकेरता धीमा एने खतमाय मंद रोनुजुविह,
काहाकाय माणहान राग बोगवानान धार्मिकतान कार्य उगत्लो नाहं.