तान केरता कि मसीहाने पुण, म्हणजे अधर्मीन केरता धर्मीने, पाप्यान कारण से एक वेळा दुख सहन किरील, तान केरता कि आमूह बोगवानानाफाय पोचाडीने; तो देहरुपात जीवे मारील गीयो, पुण आत्मान रुपान जीवताला किरील गीयो.
काहाकाय कि मुरीलाह पुण सुवार्ता ज्ञान केरता होमलाळीन गीयी, कि शरीर आखह माय वाला तर मान्हाहेर्यो तान न्याय होवो, पुण आत्मा माय ते बोगवान नुसार जीवतालो रीवू.