महज सब गोरा अगमबानी करैबखत बिस्बास नै करैबला या मन्डली बाहरके लोक ओते एतौ त उ आपन भसामे बोलल बात सुन्लाके कारन आपन पाप थाह पाबतै आ आपनेसे जाँचैले सक्तै।
अहैलेल तु जे सिक्छा सुनने आ सिखनेचिही ओकरा याद कर। उ बातमे लागल रह आ पापसे पस्चाताप कैरके मन परिबरतन कर। यदि तुसब जागल नै रहबिही त, हम चोर एल जखा सुटुकसे एबौ आ हम कोन घरी एबौ से तु थाह नै पाबबिही।