“तोहे धरमगुरुसबके आ फरिसीसबके धिक्कार! तुसब कपटी चिही! कथिलेत तुसब स्वरगके राजके केबार खोलैबला कुजी त लेल्ही, महज नै अपने ढुकलिही नै दोसरके ढुकैले देल्ही।
महज जे बनिहार चियै आ नै चरबाह चियै आ नै ओकर भेंरासब चियै। उ नरहिया आबैत देखके भेरासबके छोइरके भाइग जाइछै आ नरहिया आइबके भेराके धरैछै आ तितर-बितर कैरदैछै।